गंगापार, जुलाई 31 -- गंगा के दोबारा बढ़ते जलस्तर से गंगा के कछार पर बसे लोगों में भय व दहशत व्याप्त है। गंगा कछार पर स्थित बामपुर गांव के कई किसानों की सब्जियों की खेती गंगा के बाढ़ में दोबारा डूबकर तबाह हो रही है और किसान मां गंगा द्वारा दी जा रही पीड़ा सहन करने पर मजबूर है। मांडा क्षेत्र के बामपुर गाँव में गंगा कछार पर तमाम किसानों द्वारा सब्जी की खेती की जाती है। कछार पर परवल व करैला की खेती करने वाले किसान मातादान, राजकुमार, रामबाबू अर्जुन, बाल जी तिवारी आदि किसानों ने बताया कि हर साल गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद उनकी खेती गंगा के पानी में डूबकर तबाह हो जाती है। पिछले दो वर्षों से दो दो बार बाढ़ के चलते उनकी सब्जियों की खेती तबाह हो रही है। किसानों की यह पीड़ा भी है कि कभी भी बाढ़ से तबाह फसलों का उनको मुआवजा नहीं मिल पाता, जबकि राजस्व...
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