बिजनौर, सितम्बर 11 -- गंगा की तेज धार के सामने प्रशासन और विभाग की तमाम कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं। रावली तटबंध को बचाने के लिए एनएचएआई की ओर से दिए गए भारी क्रैक बैरियर भी नदी के प्रचंड बहाव को झेल नहीं पाए। पानी में डालते ही ज्यादातर बैरियर धंस गए और कटान को रोकने की कोशिश नाकाम दिखाई दी। रावली तटबंध पर गंगा का दबाव लगातार बना हुआ है। सिंचाई विभाग और एनएचएआई की टीमें तटबंध को बचाने के लिए दिन रात कवायद में जुटी है। तटबंध पर दोनों ओर से काम चल रहा है। रविवार से शुरू हुआ कटान अब और लंबा हो चुका है। पक्की सड़क पहले ही नदी में समा चुकी है, अब तटबंध को बचाने की मशक्कत जारी है। एनएचएआई ने तटबंध पर कटान को रोकने के लिए अपने 100 से अधिक क्रैक बैरियर दिए थे। बुधवार की सुबह सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने कटान रोकने के लिए एनएचएआई के दिए क्रैक ब...