रामपुर, जून 18 -- रामपुर। 1965 में रिलीज हुई फिल्म 'वक्त में अभिनेता राज कुमार का एक डायलॉग खूब मशहूर हुआ था-जानी...ये बच्चों के खेलने की चीज नहीं, ये रामपुरी है, लग जाए तो खून निकल आता है...। उस वक्त रामपुरी चाकू की दहशत हुआ करती थी। स्थिति यह थी 60 और 70 के दशक में ज्यादातर फिल्मों में विलेन का सबसे पॉपुलर हथियार चाकू हुआ करता था। लेकिन, दौर बदला तो सब कुछ बदल गया। हिंसक प्रवृत्ति वाले चाकू की धार कुंद हो गई। नतीजतन, कभी बदनाम, कुख्यात रहा रामपुरी चाकू अब प्रख्यात होने लगा है और लोगों के घरों की शान बना हुआ है। साथ ही लोग अब रामपुरी चाकू को गिफ्ट आइटम की तरह भी इस्तेमाल करने लगे हैं। बतौर तोहफा यह अफसरों से लेकर नेताओं तक के मन को खूब भा रहा है। 18वीं सदी के दौरान जब आग उगलने वाले हथियारों का चलन हुआ तब रामपुर के नवाब फैजुल्ला खां ने अप...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.