हापुड़, नवम्बर 9 -- दस साल से किसानों को गन्ना भुगतान करने में पिछड़ रही सिंभावली शुगर मिल से जहां इस बार किसानों ने मुंह मोड़ते हुए 30 से अधिक गांवों में अन्य जिलों की मिलों को क्रय केंद्र ले लिए है। वहीं नम चीनी और खोई में गड़बड़ी करने के आरोप लगते आ रहे थे। जिसमें एक खोई घोटाला में संतोषजनक जवाब न मिलने पर डीएम ने 8 करोड़ की रिकवरी करने के लिए कह दिया है। सिंभावली शुगर मिल द्वारा बैंकों का लोन लेने के बाद बकाया न देने पर बैंकों ने एनसीएलटी कोर्ट में वाद दायर किया था। जिसपर आखिर में कोर्ट ने बैंकों की तरफ से आईआरपी को जिम्मा दे दिया। मिल से मालिकों का हक खत्म होने के बाद अब बैंकों के आईआरपी द्वारा देखा जा रहा है। लेकिन इस दौरान भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक द्वारा नम चीनी को कमन रेट में बेचने का आरोप लगाते हुए डीएम से लेकर सीएम तक शिकाय...