हजारीबाग, अप्रैल 19 -- हजारीबाग हिंदुस्तान टीम जिले में खेलों को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन और खेल विभाग जो भी दावे कर ले। लेकिन जमीनी हकीकत है कि शहर से लेकर गांव तक कहीं भी खुला खेल मैदान नहीं है। ऐसे में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की खेल प्रतिभा दबकर रह जा रही है। युवाओं का उत्साह खेल के प्रति लगभग खत्म होता जा रहा है। इसका सबसे बुरा असर समाज पर पड़ रहा है। युवा शराब, ब्राउन शुगर जैसे नशा का शिकार हो रहे हैं। वही नेतृत्वशीलता, अनुशासन और सामूहिक कार्य प्रणाली की भावना खत्म होती जा रही है। जिला मुख्यालय में कर्जन ग्राउंड और संत कोलम्बस कालेज के पास स्टेडियम है। लेकिन दोनों जगह न सही मैदान है और न ट्रैक, जहां युवा पीढ़ी दौड़ और खेल का अभ्यास कर सके। विनोबा भावे विश्वविद्यालय मे स्टेडियम निर्माण का काम आज भी अधूरा पड़ा है। विश्ववि...