धनबाद, अगस्त 21 -- धनबाद। विशेष संवाददाता। खेल केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक विकास और राष्ट्रीय एकता का माध्यम है। यह समाज में अनुशासन, भाईचारा और गर्व की भावना जगाता है। पारंपरिक खेल जैसे कबड्डी हमें अपनी जड़ों से जोड़ते हैं और हर भारतीय की भावनाओं से गहराई से जुड़े हैं। क्रीड़ा भारती ने 2036 के ओलंपिक में कबड्डी को शामिल कराने के उद्देश्य से विशेष अभियान शुरू किया है। उस वर्ष भारत ओलंपिक की मेजबानी का प्रबल दावेदार है। ऐसे में कबड्डी जैसे देसी खेल को ओलंपिक का हिस्सा बनाना भारतीय संस्कृति की महत्ता को वैश्विक मंच पर स्थापित करेगा। उक्त बातें क्रीड़ा भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री प्रसाद जी महानकार ने बुधवार को राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित धनबाद महानगर और ग्रामीण इकाई के संयुक्त सम्मेलन को संबोधित कर कहीं। क्षे...
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