नई दिल्ली, जुलाई 25 -- शतरंज विश्व कप नई दिल्ली, हिन्दुस्तान ब्यूरो। शह और मात के खेल में भारतीय शतरंज के इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ जाएगा। देश को रविवार को पहली महिला शतरंज चैंपियन मिल जाएंगी। जॉर्जिया के बातुमी में दो पीढ़ियों की खिलाड़ियों 38 साल की कोनेरू हंपी और 19 साल की दिव्या देशमुख में से जीते कोई भी ताज तो भारत के सिर ही सजेगा। फिडे महिला विश्व कप फाइनल के इतिहास का यह पहला मौका होगा जब दो भारतीय फाइनल में एक-दूसरे को मात देने उतरेंगी। दो क्लासिकल गेम होंगे : शनिवार से शुरू होने वाला फाइनल दो क्लासिकल गेम में खेला जाएगा। पहले दिन एक बाजी होगी। दूसरी रविवार को होगी। अगर परिणाम 1-1 से बराबर रहता है तो विजेता का फैसला करने के लिए कम समय के गेम खेले जाएंगे। दोनों भारतीय खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट में अपने शानदार प्रदर्शन के द...