जमशेदपुर, जुलाई 28 -- धानरोपनी का सीजन है। बड़े-बड़े नेता धान रोपने की फोटो खिंचवा रहे हैं। परंतु सभी जानते हैं कि उनका अब खेती से दूर-दूर का नाता नहीं है। परंतु ऐसे भी जनप्रतिनिधि हैं, जो जीतने से पहले भी मिट्टी से जुड़े थे और अब उससे दूर नहीं हुए हैं। पटमदा की एक पंचायत है बिड़रा। वहां की मुखिया हैं काजल सिंह। पंचायत का काम करती हैं, लेकिन जीविका के लिए खेती करती हैं। कई बार तो पंचायत सचिव को भी जरूरी होने पर दस्तखत लेने खेत में जाना पड़ता है। काजल सिंह न तो अपने पंचायत सचिव, न आमलोगों को आने पर मायूस लौटाती हैं। वह कलम के साथ इंक पैड व मुहर लेकर ही खेत पहुंचती हैं। वहीं पर पढ़ने के बाद साइन-मुहर लगा देती हैं। फिलहाल 40 वर्षीय काजल सिंह की धानरोपनी चल रही है। पटमदा से पांच किमी दूर बिड़रा में पटमदा-काटिन रोड किनारे खेत में धान रोपती मिल...
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