सहारनपुर, अक्टूबर 25 -- चिलकाना क्षेत्र के दभेड़ा गांव में गुरुवार को एक खेत में सरकारी अस्पतालों में मरीजों को देने वाली तीन बोरे दवाइयां मिट्टी में दबे मिलीं तो स्वास्थ्य विभाग की नींद टूट गई। शुक्रवार को जानकारी लेने के लिए सरसावा सीएचसी प्रभारी एवं एसीएमओ डॉ धर्मवीर गांव पहुंचे और दवाओं से संबंधित जानकारी लेकर जांच पड़ताल की। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें रोजमर्रा की बीमारियों के लिए भी अस्पताल से दवा नहीं मिलती, जबकि भारी मात्रा में दवाइयों को खेत में गाड़कर नष्ट किया गया। उनका कहना है कि करीब तीन साल पहले गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र खोला गया था, लेकिन यह कभी भी ग्रामीणों के काम का नहीं बन सका। अधिकांश समय डॉक्टर अनुपस्थित रहते थे और मरीज दवा लेने जाने पर खाली हाथ लौटते थे। कुछ दिन पहले नए डॉक्टर की तैनाती के बाद पुराने स्ट...