लखीमपुरखीरी, मार्च 24 -- लखीमपुर, संवाददाता। खीरी में खेतों से गन्ना कटने के बाद भी बाघ और तेंदुए वापस नहीं लौटे हैं। यही नहीं, वे हमलावर हो रहे हैं। दुधवा और दक्षिण खीरी वन प्रभाग से सटे इलाकों में बाघ व तेंदुओं ने कई लोगों को घायल किया है। दो दिन के अंदर तीन घटनाएं हुई हैं। वन विभाग को आशंका है कि वन्यजीव बचे हुए गन्ने के खेतों में अब भी छिपकर बैठे हैं। वन विभाग ने किसानों को ताकीद किया है। इस समय 80 फीसदी खेतों से गन्ना कट चुका है। कई चीनी मिलें बंदी का नोटिस जारी कर चुकी हैं और कई नो केन की स्थिति में हैं। ऐसे में जंगल से निकलकर गन्ने के खेतों में ठिकाना बनाए बाघ और तेंदुए भी बेघर हो चुके हैं। वन विभाग का मानना था कि अब बाघ और तेंदुए वापस जंगल चले जाएंगे। ऐसे में उनकी निगरानी की जा रही थी। पिछले 25 दिनों से बाघों ने किसी पर हमला भी नह...