चतरा, नवम्बर 2 -- चतरा संवाददाता जिले में पिछले चार दिनों से रूक-रूक कर लगातार हो रही बारिश से लोग परेशान हो गये हैं। यह बारिश सबसे अधिक किसानों की चिंता को बढ़ा दी है। दिन रात मेहनत कर तैयार किये गये धान के फसल को बरबाद होता देख किसान खुन के आंसु रो रहे हैं। क्योंकि उन्हें सबसे अधिक भय कर्ज का सता रहा है। किसानों का कहना है कि मक्का का फसल नहीं होने का मलाल तो है ही सोचा इस बार धान की पैदावारअच्छी होगी, जिस कारण महाजन से कर्ज लेकर धान पर बाजी लगाया था। लेकिन धान को जब काटने का समय आया तो भगवान उसपर कहर बरपा रहे हैं। किसान मनोज यादव ने बताया कि कुंदा प्रखंड स्थित अपने पांच एकड़ खेत में धान का फसल को लगाया है। धान का फसल लहलहाता देख हर दिन वह खुश होता था कि इस बार की पैदावारी पिछले दस वर्ष के धान का रिकार्ड टुटेगा, लेकिन भगवान को कुछ और ही म...