उरई, नवम्बर 11 -- उरई। फसल कटाई उपरान्त पराली तथा अन्य फसल अवशेषों को जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई होगी। ऐसे में डीएम ने किसानों को सलाह दी है कि मृदा शक्ति बरकरार रखने को अवशेषों को वैज्ञानिक तरीके से निस्तारित करें। जिले में तमाम किसान फसल अवशेष जलाकर धरती को प्राकृतिक रूप से मिलने वाले पोषण अर्थात कार्बन अंश से वंचित कर रहे हैं। जिससे खेत अनुपजाऊ व बंजर हो जाएंगे जो आने वाली पीढ़ी हेतु बंजर अनुपजाऊ भूमि ही शेष बचेगी। वातावरण में प्रदूषण के कारण विभिन्न बीमारियां, स्वांस सम्बन्धी रोग हो रहे हैं। सर्द मौसम की शुरूआत में कोहरे के साथ धुओं के संयोग से उत्पन्न धुंध से बहुतायत में वाहन दुर्घटनाएं व जनहानि भी होती हैं। इसको लेकर डीएम राजेश कुमार पाण्डेय ने किसानों को सचेत किया है कि खेत में पराली व अन्य अवशेषों का प्रबन्धन करें। मशीनों का प...