अररिया, नवम्बर 23 -- सिकटी। एक संवाददाता प्राकृतिक आपदा के कारण अन्नदाता किसान धान फसल की रोपाई से कटाई तक घोर संकट का सामना कर रहे हैं। जब धान बिचरा गिराने व धान रोपाई का समय था बारिश का घोर अभाव हो गया। धान खेत से धुल उड़ रहा था। महंगी कृत्रिम संसाधन का इस्तेमाल कर किसान बोरिंग पम्प सेट से पानी पटा कर धान लगाया और पानी देकर उसकी रक्षा की फिर बारिश से धान फसल का रौनक बदल गया था। अंत में जब धान का बाली तैयार हुआ अंतिम सप्ताह अक्टूबर में चक्रवाती तूफान मोंथा की बारिश व आंधी तूफान ने धान फसल को गिरा कर खेत मे जलजमाव हो गया। अब धान फसल पक कर तैयार है तो पिछली बारिश का निचली जमीन में जलजमाव है तो उसी जमीन में अत्यधिक नमी से मक्का गेंहू सहित रबी फसल की समय पर बाधा नहीं हो पा रही है। वहीं निचले भूमि से पानी निकाल कर धान की कटाई कर खेत सुखने के इ...