सीतामढ़ी, दिसम्बर 26 -- पिपराही। नीचले क्षेत्र के धान के खेतों में अभी भी बारिश के पानी का जमाव बना हुआ है। कई खेतों में पानी रहने से समय पर धान की कटनी नही हो पायी। किसानो ने किसी तरह धान की फसल को खेतो से हटाया। खेतों में जलजमाव रहने से गेंहू की बुआई नही हो सकी। अब थक-हार कर किसान जलजमाव वाले खेतों की जुताई करा रहें हैं। जिससे खेतों का कदवा हो रहा है। लगता है कि धान की रोपनी करने के लिए खेत तैयार किया जा रहा हो। किसानों का मानना है कि जलजमाव वाले खेतों का कदवा कराने से घास पात नष्ट हो जाएगा। वहीं खेतों से पानी सुखने लगेगा। खेत सुखने पर समयानुसार किसी फसल को लगाया जाएगा।
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