सिमडेगा, अप्रैल 27 -- केरसई, प्रतिनिधि। बाघडेगा भंडारटोली की नीलम सिंह आज पूरे इलाके में अपने मेहनत और लगन से मिसाल बन चुकी हैं। भले ही नीलम इन दिनों अपनी मेहनत से मिसाल बन चुकी है। लेकिन कुछ वर्ष पूर्व तक उनकी जिंदगी संघर्षों से भरी थी। वर्ष 2017 में नीलम ने राधा कृष्णा आजीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़कर अपने जीवन को एक नई दिशा देने का पहला कदम उठायी। उस समय उनका परिवार पूरी तरह से वर्षा आधारित खेती पर निर्भर था। खेती सिर्फ खरीफ सीजन तक सीमित थी, आय के अन्य साधन नहीं थे। पति, सास-ससुर और छोटे बच्चे के साथ सीमित संसाधनों में जीवनयापन करना कठिन था। समूह से जुड़ने के बाद उन्होंने छोटे-बड़े ऋण के माध्यम से आवश्यकताओं को पूरा करने की कोशिश की। लेकिन आय का स्थायी स्रोत न होने से समस्याएं बनी रहीं। अपने बच्चे को इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाने...