पूर्णिया, जुलाई 16 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पूर्णिया समेत सीमांचल में मानसून की बेरुखी के कारण सावन के महीने में भी धान रोपनी अधूरी रह गई। आनन फानन में किसान अपने स्तर से खेतों में सिंचाई कर धान रोपनी कर रहे हैं। मौसम विभाग के सूत्र बताते हैं कि पहले जून से शुरू हुई मानसून पूरे जून में सामान्य से 36 प्रतिशत कम वर्षा तो अब तक में 40 वर्षा कम हुई जिसके कारण धान रोपनी प्रभावित रही। मालूम हो कि कृषि विभाग ने लगभग 10 हजार हेक्टेयर में धान का बीज लगाने का लक्ष्य रखा था। धान का बीज किसानों ने तैयार तो कर लिया लेकिन रोपनी में परेशानी होने लगी। अभी तक लक्ष्य का आधा भी धान रोपनी नहीं हुई है। मालूम हो कि पूर्णिया जिले में 1 लाख 10000 हेक्टेयर में धान रोपाई का लक्ष्य रखा गया है जिसमें इसी तरह आधा लक्ष्य पूरा हुआ है जानकारी के अनुसार अभी तक...