गिरडीह, अप्रैल 6 -- बगोदर, प्रतिनिधि। बगोदर प्रखंड के खेतको में मनाए जाने वाले चैती दुर्गोत्सव का इतिहास बहुत पुराना है। यहां अंग्रेजी हुकूमत के समय से चैती दुर्गोत्सव मन रहा है। यहां मनाए जाने वाले चैती दुर्गोत्सव का इतिहास धार्मिक आस्था से जुड़ी हुई है। बताया जाता है कि सौ साल पूर्व संतान प्राप्ति की कामना के साथ गांव के ही एक दलित दंपति के द्वारा दुर्गोत्सव की शुरुआत की गई थी। लगातार तीन सालों तक दुर्गोत्सव आयोजित करने के बाद दलित दंपति को संतान की प्राप्ति हुई। संतान की प्राप्ति के पश्चात आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण दंपति ने पूजनोत्सव के आयोजन करने में असमर्थता जताई। इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई तब बड़े पैमाने पर ग्रामीणों की बैठक हुई और फिर मईया के प्रति आस्था जताते हुए ग्रामीणों ने आगे भी पूजनोत्सव का आयोजन जारी रखने का ...