पूर्णिया, मार्च 8 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता।टीबी सिर्फ सांस से जुड़ी बीमारी नहीं है। फेफड़ों के अलावा भी टीबी कई प्रकार की होते हैं। इसमें से ही एक होती है दिमाग की टीबी। आमतौर पर दिमाग की टीबी एक-दूसरे से नहीं फैलती है लेकिन जब फेफड़ों की टीबी से संक्रमित व्यक्ति खांसता, छींकता है तो उसके मुंह से निकली बूंदें दूसरे व्यक्ति के अंदर प्रवेश कर जाती हैं और फेफड़ों को सबसे पहले प्रभावित करती है। इसके बाद ये बूंदें फेफड़ों के बाद खून के प्रवाह के साथ दिमाग में प्रवेश कर जाती हैं तो व्यक्ति के दिमाग में टीबी या ब्रेन टीबी होने की संभावना होती है। दिमाग में होने वाली टीबी को मेनिनजाइटिस भी कहा जाता है। डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में लगभग 2.79 मिलियन लोग इस बीमारी के शिकार हैं। टीबी उन्मूलन को लेकर पूरे देश में युद्धस्तर पर प...