गोरखपुर, मई 8 -- गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता थैलसीमिया खून की बीमारी है। सावधानी अपनाकर इससे बचा जा सकता है। देश में हर साल करीब 10 से 15 हजार बच्चे थैलेसीमिया के विकार के साथ जन्म लेते हैं। गुरुवार को विश्व थैलेसीमिया दिवस पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभाग में थैलेसीमिया मरीजों के लिए फ्री एचएलए टेस्ट एवं बोन मैरो ट्रांसप्लांट ओपीडी कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें 50 बच्चों का निशुल्क एचएलए परीक्षण भी किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. रामकुमार जायसवाल ने कहा कि समाज को विवाह के पहले सिर्फ कुंडली नहीं, बल्कि रक्त जांच रिपोर्ट भी मिलाना चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ी स्वस्थ और निरोग रहे। इस अवसर पर बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ. भूपेंद्र शर्मा, डॉ. नादिया रहमान, डॉ. अल्पना बुंदेला, ज्योति राय, डॉ. बिंदु सिंह उपस्थित रहीं।

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