फतेहपुर, मई 6 -- फतेहपुर। गांवों को साफ सुथरा और स्वच्छ बनाने के साथ खुले में शौच की पाबंदी लगाने में विभाग अभी तक नाकाम रहा है। नतीजन हजारों घरों में अभी तक शौचालय नहीं बन पाए है। वित्तीय वर्ष की रिपोर्ट के मुताबिक डिमांड पूरी हो जाने के बाद बजट आने का इंतजार है। इसके बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ पाएगी। जनपद के ब्लाकों में खुले में शौच से मुक्ति का दावा हकीकत में हवा हवाई साबित हो रहा है। आज भी गांव गांव में महिला पुरूष खेतों में जाते नजर आ जाते है। विभागीय जिम्मेदारों की हीलाहवाली से ग्रामीणों को अभी तक शत प्रतिशत शौचालय नहीं मुहैया हो पाए है। जबकि जागरूकता और रैलियों से संदेश दिया गया था पर खुले में शौच पर पाबंदी अभी तक नहीं लग पाई है। वित्तीय वर्ष में व्यक्तिगत शौचालय के लिए 29,043 आवेदन किए गए, जिसमें 13,653 को शौचालय की धनराशि पहुंचा दी...