मोतिहारी, सितम्बर 22 -- शहर के किसी रोड में जाइए वहां खुले में मांस व मछली की सड़क किनारे दुकान मिल ही जायेगी। सार्वजनिक स्थान व फुटपाथ पर इन दुकानदारों का कब्जा है। कोई स्थान निश्चित नहीं है। जहां इच्छा की वहां बकरे को मारकर टांग दिया और मछली की दुकान टोकरी या टैंक में सजा दी। इससे गंदगी फैले या लोग इसे खाकर बीमार पड़े इससे नगर निगम को कोई मतलब नहीं है। पशुपालन विभाग कागज पर ही सभी दुकानदारों को बकरे मारने की अनुमति देता है। संजय यादव का कहना कि पशुपालन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मिले हुये हैं। बकरा काटने के लिये पशुपालन विभाग की अनुमति लेनी पड़ती है। बिना जांच पड़ताल किये वह अनुमति बांटते रहता है। नगर निगम को भी इस पर सख्ती करनी चाहिए। शहर के चारों ओर सार्वजनिक स्थानों पर बिक्री से गंदगी व बदबू फैलती है। मोतीझील पुल के समीप मछली हाट से...