बस्ती, नवम्बर 27 -- बस्ती। महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज से जारी एक मेडिकल सर्टिफिकेट फर्जी निकला, जिसका इस्तेमाल महाराष्ट्र की अमरावती सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे बस्ती जिले के कैदी प्रवीण शेषधर मिश्रा को पैरोल दिलाने के लिए किया गया था। सर्टिफिकेट कैदी की मां राजकुमारी मिश्रा के नाम पर बनाया गया था, जिसमें उन्हें गंभीर अपेंडिसाइटिस बताया गया और तत्काल सर्जरी की जरूरत जताई गई थी। महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग (कारागार एवं सुधार सेवा) ने सर्टिफिकेट की सत्यता पर संदेह जताते हुए मेडिकल कॉलेज प्रशासन को पत्र लिखकर जांच रिपोर्ट मांगी थी। पत्र मिलते ही कॉलेज प्रशासन ने जांच शुरू की। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि राजकुमारी मिश्रा नाम की महिला कुछ समय पहले कॉलेज के ओपीडी में पेट दर्द की शिकायत लेकर आई थीं। अल्ट्रासाउंड व अन्य जांचो...