नई दिल्ली, अगस्त 4 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। रूस से तेल की खरीद को लेकर अमेरिका और यूरोप के विरोध पर भारत ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। भारत ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि यूरोप और अमेरिका खुद रूस से व्यापार कर रहे हैं लेकिन भारत को निशाना बना रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को देर रात जारी बयान में कहा कि यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद से रूस से तेल आयात के कारण भारत अमेरिका और यूरोपीय संघ के निशाने पर है। दरअसल, भारत ने रूस से तेल का आयात इसलिए शुरू किया क्योंकि संघर्ष शुरू होने के बाद पारंपरिक आपूर्ति यूरोप की ओर मोड़ दी गई थी। उस समय अमेरिका ने वैश्विक ऊर्जा बाजारों की स्थिरता को मजबूत करने के लिए भारत द्वारा ऐसे आयात को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित किया था। मंत्रालय ने कहा कि भारत के आयात का उद्देश्य अपने उपभोक्ताओं के ल...