शामली, अगस्त 3 -- पश्चिम बंगाल का मुस्लिम युवक इमामुद्दीन अंसारी नूर पिछले करीब 15 साल से क्षेत्र के गांव मंटी हसनपुर में खुद को पुजारी बताकर रह रहा था। ग्रामीणों पर विश्वास जमाते हुए उसने दान में जमीन लेकर चंदे के पैसे से गांव में ही मंदिर भी बना लिया था। मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब कुछ ग्रामीणों ने संदेह के आधार पर पुलिस को जानकारी दी। एलआईयू और आईबी ने गोपनीय जांच की जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। थानाभवन क्षेत्र के गांव मंटी हसनपुर के प्रधान रामेश्वर के खेत में पिछले करीब 15 वर्षों से एक व्यक्ति खुद को पुजारी के रूप मे बताकर रह रहा था। इसके आधार कार्ड पर इसका नाम बंगाली नाथ केयर आफ कमल नाथ निवासी शाकुम्भरी रोड पानी की टंकी लक्ष्मी नारायण मन्दिर सहारनपुर अंकित है। उसने गांव के लोगों पर विश्वास जमाते हुए एक ...