मुजफ्फरपुर, अगस्त 11 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। खुदीराम बोस की जन्मस्थली मिदनापुर में भी बहुत सारे लोगों को यह नहीं पता कि खुदीराम बोस को मुजफ्फरपुर में फांसी दी गई थी। करीब चार वर्षों के रिसर्च के बाद मैंने ''खुदीराम कौन'' पुस्तक लिखी है। इसमें उनके जीवन से जुड़े कई अनछुए पहलू शामिल हैं। ये बातें रविवार को शहीद खुदीराम बोस की शहादत दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में मिदनापुर से आये लेखक अरिंदम भौमिक ने कही। ध्वजा साहू स्मारक समिति और संकल्प की ओर से खादी भंडार रोड स्थित ध्वजा भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में अरिंदम मुख्य वक्ता था। वहीं पं. बंगाल के सिलदा से आये विशिष्ट वक्ता प्रकाश हलधर ने कहा कि वर्ष 1995 से वह हर वर्ष खुदीराम बोस की शहादत दिवस पर मुजफ्फरपुर आ रहे हैं। यहां की भूमि हमेशा समाजसेवा और देश के प्रति समर्पण की...