औरंगाबाद, सितम्बर 25 -- दाउदनगर प्रखंड के रेपुरा में कृषि वैज्ञानिक एस.के. झा एवं एस. सरकार, साथ ही खलिहान के सचिव रविकांत कुमार, किसानों के खेतों का मूल्यांकन करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने किसानों से वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की अपील की और विशेष रूप से खाली पड़े खेतों में पटसन, जूट की खेती अपनाने की सलाह दी। एस.के. झा ने बताया कि इस क्षेत्र की मिट्टी, जलवायु और जल संसाधन पटसन की खेती के लिए अत्यंत अनुकूल हैं। पटसन केवल 120 दिनों यानी लगभग चार महीनों में तैयार हो जाती है, जिससे किसान साल में अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि खाली खेतों में पटसन की खेती न केवल लाभकारी है, बल्कि यह खेत की उर्वरता भी बढ़ाती है, जिससे अगली फसल की पैदावार बेहतर होती है। किसानों को उन्होंने प्रमाणित बीज का उपयोग करने की भी सलाह दी। उन्होंने बत...