नई दिल्ली, अप्रैल 29 -- कनाडा में मार्क कार्नी की अगुआई वाली लिबरल पार्टी ने चौथी बार जीत हासिल की है। कनाडा का चुनाव परिणाम भारत और कनाडा के संबंधों के लिए भी बेहद मायने रखता है। खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह को भी इस चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि जस्टिन ट्रूडो के हटते ही कनाडा का माहौल एकदम से बदल गया। खालिस्तानियों का बोरिया बिस्तर लगभग पैक हो गया है। वहीं मार्क कार्नी ने सत्ता संभालते ही हिंदुओं पर ध्यान देना भी शुरू कर दिया था। बीते दिनों रामनवमी के मौके पर भी वह मंदिर पहुंचे थे। डोनाल्ड ट्रंप की धमकी और आर्थिक समस्याओं के बीच मार्क कार्नी ने राष्ट्रवाद को ही मुद्दा बनाया जिसका फायदा भी उन्हें मिला है। डोनाल्ड ट्रंप के बयानों से लिबरल पार्टी को फायदा पहुंचा। अमेरिका से मिल रही चुनौती को देखते हुए ह...