रामपुर, जुलाई 20 -- रामपुर। नवाब रजा अली खां के दरबार की गायिका माहपारा बेगम अब इस दुनिया में नहीं रहीं। शाही दरबार में गूंजने वाली उनकी खनखनाती आवाज सदा के लिए खामोश हो गए। वह सौ वर्ष से अधिक उम्र की थीं। उनके निधन पर नवाब परिवार ने शोक व्यक्त किया है। इतिहास के जानकार एवं इंटेक रूहेलखंड चैप्टर के सह संयोजक काशिफ खान ने बताया कि बहुत कम उम्र से ही माहपारा बेगम ने नवाब के दरबार में गायन शुरू किया था। उनकी एक बहन तलत भी राजवंशी मीरासन थीं, जिनका निधन कई साल पहले हुआ था। वह राजमहल के अंदर सजने वाली संगीत की महफिलों की साक्षी थीं। अंतिम शासक द्वारा रचित दुश्नाम यानि गालियों भरी रचनाएं उन्होंने शाही खानदान की कई शादियों में गाई थीं। दरबार में गूंजने वाली इकलौती बची आवाज माहपारा के निधन से अंतिम शासक की बहू पूर्व सांसद बेगम नूरबानो और पौत्र पू...