नई दिल्ली, फरवरी 14 -- अभी हाल में सानिया मल्होत्रा की एक फिल्म रिलीज हुई है मिसेज, जो बहुचर्चित मलयालम फिल्म- द ग्रेट इंडियन किचन का हिंदी रीमेक है। इस फिल्म की नायिका शादी के बाद दिन भर परिवार के सदस्यों का पसंदीदा खाना उनके तरीके से बनाने के लिए रसोई में बिताती है। और बदले में उसे एक तारीफ भी नहीं मिलती। फिल्म के अंत में वह रसोई के इस अंतहीन चंगुल से खुद को आजाद करके अपने सपनों को पूरा करने की ओर बढ़ती है। यह सिर्फ किसी फिल्म की कहानी भर नहीं है बल्कि अधिकांश भारतीय महिलाओं की सच्चाई है। एक अध्ययन के मुताबिक शहरी भारतीय महिलाएं हर सप्ताह औसतन 13 घंटे रसोई में बिताती हैं। जिसमें खाना बनाने के साथ खाना बनाने की तैयारियां भी शामिल हैं। जो महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हैं, वो भले ही इससे थोड़ा कम वक्त रसोई में बिताती हैं क्योंकि वो अपनी ...