कन्नौज, अगस्त 21 -- तिर्वा, संवाददाता। उमर्दा, रामपुर मझिला, इंदरगढ़ साधन सहकारी समितियों में खाद लेने के लिए किसानों की लम्बी-लम्बी लाइनें लगी हुई है, लेकिन किसानों को जरूरत के हिसाब से खाद नहीं मिल रही है। जिससे किसान परेशान होकर निजी खाद की दुकानों पर महंगी खाद खरीदने पर मजबूर है। तहसील क्षेत्र में अधिकांश किसान आलू के फसल करते हैं। अगस्त-सितम्बर माह में आलू की पहली बुआई के लिए खेतों में किसान तैयारियां शुरू कर देते है। आलू की फसल के लिए सबसे ज्यादा खाद की जरूरत पड़ती है। किसानों को खाद उपलब्ध कराने के लिए गांव-गांव में साधन सहकारी समिति बनाई गई है। यहां किसानों के जरूरत के अनुसार खाद भेजी जाती है। पर बीच में बिचैलियों के चलते किसानों तक जरूरत के हिसाब से खाद नहीं पहुंच पाती है। हर बर्ष देखा जाता है कि किसान सुबह से शाम तक समितियों के बा...