कुशीनगर, अगस्त 18 -- कुशीनगर। नेबुआ नौरंगिया थानाक्षेत्र के कोटवा बाजार स्थित एक निजी अस्पताल के संचालक पर इलाज के नाम पर बड़ा खेल करने का आरोप लगा है। जानकारी के अनुसार, किडनी की पथरी निकालने के दौरान संचालक ने मरीज अलाउद्दीन की एक किडनी ही खराब कर दी। हालत बिगड़ने पर मरीज को डेढ़ महीने तक अपने ही अस्पताल में भर्ती रखकर उपचार करता रहा, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। ग्रामीणों के दबाव पर संचालक ने पीड़ित को गोरखपुर ले जाकर दो दिन तक वहां के अस्पताल में दिखाया, जहां से चिकित्सकों ने मरीज को लखनऊ रेफर कर दिया। आरोप है कि लखनऊ पहुंचने पर मरीज को भर्ती कराने के बजाए संचालक लौट आया और देखभाल की जिम्मेदारी अपने बेटे को सौंप दी, जो वहीं रहकर पढ़ाई करता है। चार दिन बाद बेड मिलने पर मरीज भर्ती तो हुआ, लेकिन करीब 15 दिन तक इलाज के दौरान भी किडनी की सच्च...