चंदौली, नवम्बर 10 -- चंदौली, संवाददाता। भारतीय रिजर्व बैंक ने जमाकर्ता शिक्षा जागरूकता (डीईए) निधि योजना लागू की है। योजना के तहत बैंक खाते में पुराना जमा पड़े पैसे को कानूनी वारिसों को वापस करने में मदद की जा रही है। इसमें डीईए फंड में जमा की गई राशि बैंकों के साथ बनाए गए किसी भी जमा खाते में क्रेडिट बैलेंस है। उनपर जमाकर्ता की ओर से 10 साल या उससे अधिक समय से संचालित नहीं किया जा रहा है। अथवा दस साल या उससे अधिक समय से लावारिस नहीं की गई है। इसमें कोई भी राशि शामिल है। जिले के यूबीआई में ऐसे करीब 146306 बैंक खातों की संख्या है। इन खातों में लगभग 36.56 करोड़ रुपये है। अग्रणी जिला प्रबंधक सुनील कुमार ने बताया कि दो वर्ष से ज्यादा और 10 साल तक बैंक के निष्क्रिय खाते में जमा पैसे एवं दस वर्ष से अधिक दावा न की गई जमा राशि को आरबीआई के ईडीए फ...
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