पीलीभीत, अगस्त 14 -- आजादी की लड़ाई में खांड़ेपुर गांव का स्वर्णिम इतिहास रहा है। इस गांव के 23 सपूतों ने भारत को आजाद कराने के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया था। शासन और प्रशासन ने 23 स्वाधीनता संग्राम सेनानियों की धरती को पूरी तरह उपेक्षित रखा है। आजादी मिले छह दशक से ज्यादा समय बीत गया। पर गांव का विकास स्थिर है। यहां के कुल 23 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश के हित में योगदान दिया था। पर यहां किसी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की याद में यहां कोई स्मृति शेष नहीं है। गांव के सपूतों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बगावत की थी। देवहा नदी किनारे बसे करीब तीन हजार आवादी वाले गांव खांड़ेपुर ने 23 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दिए।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...