फतेहपुर, नवम्बर 5 -- फतेहपुर। सुबह ठंडी हवा के बीच मंडासराय हसवा निवासी रामनरेश अपनी पत्नी कमलेश को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। कमलेश कई दिनों से खांसी-जुकाम से पीड़ित थीं। घंटो लाइनों में लग कर डाक्टर को दिखा पाए। जांच के बाद डाक्टर ने खांसी का सिरप लिख दिया, लेकिन जब रामनरेश दवा खिड़की पर पहुंचे तो जवाब मिला सिरप खत्म है। यह सुनते ही उनकी उम्मीदें टूट गईं। मजबूरन उन्होंने बाहर मेडिकल स्टोर से 120 रुपये देकर वही सिरप खरीदा, जो सरकारी अस्पताल में मुफ्त मिलना चाहिए था। यह कहानी सिर्फ रामनरेश की नहीं, बल्कि उन सैकड़ों मरीजों की है जो बुधवार को जिला अस्पताल से बिना खांसी के सिरप से लौटे। खांसी-जुकाम का मौसम चरम पर है और अस्पताल में 70 फीसदी मरीज इन्हीं बीमारियों से जूझ रहे हैं। लेकिन हाल यह है कि जिला अस्पताल की दवा खिड़की पर खांसी का सिरप कई ...
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