वाराणसी, अक्टूबर 12 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। हाल ही में बच्चों को दी जा रही खांसी की सिरप की गुणवत्ता को लेकर उठी चिंताओं के बीच, बीएचयू के आयुर्वेद संकाय के रस शास्त्र एवं भैषज्य कल्पना विभाग के चिकित्सकों ने कहा है कि आयुर्वेदिक उपचार बच्चों के लिए सर्वाधिक सुरक्षित और प्रभावी हैं। विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. आनन्द चौधरी ने बताया कि आयुर्वेदिक खांसी सिरप, जड़ी-बूटियां और अनुभव से प्रमाणित घरेलू नुस्खे दो वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को बिना किसी डर के दिए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में मध्य प्रदेश में खांसी की सिरप से कई बच्चों की मौतों की घटना ने फार्मास्युटिकल उत्पादों की गुणवत्ता और निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। प्रो. चौधरी ने कहा कि खांसी-जुकाम से पीड़ित बच्चों की छाती और पीठ पर हल्के गर्म तेल से मालिश करनी चाह...