लखनऊ, मार्च 16 -- खसरा से पीड़ित बच्चों में दिमाग से जुड़ी सब एक्यूट स्क्लेरोसिंग पैनएनसेफेलाइटिस गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। खसरा से उबरे बच्चों की आगे चलकर याददाश्त कमजोर हो सकती है। उनमें सामान्य लोगों की तरह सोचने और समझने की क्षमता भी कम विकसित होती है। इससे बचाव के लिए बच्चे को डॉक्टर की सलाह पर खसरा का टीका जरूर लगवाना चाहिए। यह सलाह राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस पर केजीएमयू न्यूरोलॉजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष और एरा मेडिकल कॉलेज के डॉ. आरके गर्ग ने दी। जागरूकता कार्यक्रम के दौरान डॉ. आरके गर्ग ने बताया कि सब एक्यूट स्क्लेरोसिंग पैनएनसेफेलाइटिस एक गंभीर और दुर्लभ दिमागी बीमारी है, जो कि आमतौर पर बचपन में खसरा होने के कई साल बाद विकसित हो जाती है। खसरा वायरस के लंबे समय तक दिमाग में रहने की वजह से होता है। जब शरीर इस वायरस को पूरी तरह ...