रांची, अगस्त 7 -- खलारी, संवाददाता। खलारी प्रखंड के ग्रामीण प्राकृतिक आपदाओं के बाद राहत राशि के लिए तरस रहे हैं। बारिश, आंधी और तूफान जैसी घटनाओं के कारण मकान, दुकान और गोहाल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बावजूद उन्हें न तो तत्काल आश्रय मिलता है और न ही सरकारी सहायता राशि समय पर प्रदान की जाती है। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तेज आंधी-बारिश में जब किसी ग्रामीण का घर या गोहाल गिर जाता है, तो उनके पास रहने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होती। बारिश के मौसम में ऐसे परिवारों को कई दिनों तक खुले या असुरक्षित स्थानों पर रात गुजारनी पड़ती है। यह स्थिति न केवल उनकी सुरक्षा बल्कि सम्मान के लिए भी खतरा बन जाती है। ग्रामीण बताते हैं कि ऐसे हालात में समय गुजारना बेहद पीड़ादायक होता है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई तत्परता...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.