बक्सर, अप्रैल 20 -- नावानगर, एक संवाददाता। मौसम में बदलाव के साथ ही क्षेत्र में गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। गर्मी बढ़ने के साथ ही पर्याप्त पेयजल एक बड़ी समस्या बन जाती है। जिससे अप्रैल माह के शुरुआती दौर में ही पीएचईडी विभाग और स्थानीय प्रशासन पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था सुदृढ़ करने में जुट जाता है। लेकिन, इस साल गर्मी के बढ़ते प्रभाव से विभाग अनजान बना है। विभाग के कर्मी भी इसके प्रति सक्रिय नहीं हैं। प्रखंड के अधिकतर सरकारी चापाकल खराब पड़े हैं। लेकिन, अभी तक लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत की दिशा में कोई पहल शुरू नहीं किया है। जिसको लेकर आम लोगों में विभाग और स्थानीय प्रशासन के प्रति अविश्वास बढ़ रहा है। पहले चापाकलों की मरम्मत करने के लिए दल का गठन किया जाता था। जिसमें मिस्त्री एवं मजदूर शामिल रहते थे। मरम...