बेगुसराय, अप्रैल 14 -- बीहट, निज संवाददाता। मेष राशि में सूर्य के प्रवेश के साथ ही मांगलिक कार्य सोमवार से शुरू हो गये। अगले छह जून तक शादी, विवाह, मुंडन से लेकर यज्ञोपवित संस्कार होने हैं। गत 14 मार्च को सूर्य के कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करने के साथ ही खरमास शुरू हो गया था। हिन्दु धर्म में खरमास के दौरान शादी विवाह से लेकर अन्य मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। पंडितों के अनुसार सूर्य को प्रत्यक्ष देवता व धरती पर जीवन दाता माना गया है। सूर्य जब मीन या धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो उस समय उनकी तेज काफी कम रहता है। सूर्य के तेज का कम रहना मांगलिक कार्य के लिए उत्तम नहीं माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी शुभ अथवा मांगलिक कार्य के लिए सूर्य की तेज होना बहुत ही अच्छा माना जाता है। 14 अप्रैल को सूर्य के मीन राशि से मकर र...