कमलाकान्त सुन्दरम, मार्च 26 -- राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना खरमास समाप्ति के बाद किसी भी निर्धारित शुभ मुहूर्त में कर दी जाएगी। राम दरबार की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्य शेष अन्य मंदिरों की मूर्तियों की प्रतिष्ठा से अलग किया जाएगा। इसके साथ ही राम दरबार का दर्शन आम श्रद्धालुओं को होगा लेकिन रामलला का दर्शन पाने वाले सभी दर्शनार्थियों के लिए यह सुलभ नहीं होगा। यहां दर्शन के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से श्रृंगार या शयन आरती की तरह ही निर्धारित संख्या में पास निर्गत किया जाएगा। भवन-निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र का कहना है कि रामलला का दर्शन एक दिन में लाखों श्रद्धालु कर रहे हैं लेकिन इतनी बड़ी संख्या में सबको राम दरबार का दर्शन करा पाना संभव नहीं है। ऐसी स्थिति में आरती पास की तरह एक घंटे में 50 दर्शनार्...