भागलपुर, मार्च 7 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। सूबे के वन क्षेत्र को अगलगी की घटनाएं बड़ा नुकसान पहुंचा रही है। बीते पांच सालों में दावानल की सबसे अधिक घटनाएं वर्ष 2024 में हुई हैं। इस वर्ष बिहार के सभी 11 वन क्षेत्र जिलों में 771 आग लगने की घटनाएं रिकार्ड की गईं। सबसे अधिक घटना पश्चिम चंपारण के बाल्मिकी बाघ आरक्ष में हुई। बाल्मिकी बाघ आरक्ष-1 में 267 और बाल्मिकी बाघ आरक्ष-2 में 238 बार आग लगने की घटनाएं हुईं। दोनों आरक्ष में सर्वाधिक 505 घटनाएं वर्ष 2024 में हुईं। आग लगने की घटना गया, रोहतास, कैमूर, नालंदा, नवादा, औरंगाबाद, बांका, जमुई और मुंगेर के जंगलों में भी हुई। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मुताबिक दावानल की वजह गर्म व शुष्क मौसम का होना पाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक बीते पांच सालों में 4132.5 हेक्टेयर वनक्षेत्र जल चुका...