एटा, नवम्बर 5 -- जिलेभर में किसानों द्वारा खुलेआम धान फसल के अवशेष (पराली) जलाए जाने के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक खतरनाक स्तर के करीब पहुंच गया है। बुधवार को एटा का एक्यूआई 128 दर्ज किया गया, जो अस्वस्थकर की श्रेणी में आता है। वायु प्रदूषण के इस बढ़ते स्तर के कारण दिनभर शहर में हल्के कोहरे जैसी धुंध की चादर छाई रही। बढ़ते वायु प्रदूषण का सीधा असर शहरवासियों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। घर से बाहर निकलने वाले लोगों को आंखों में तेज जलन की शिकायत हो रही है। इसके अलावा संवेदनशील लोगों, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को श्वास और गले में खराश जैसी गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सा विशेषज्ञों ने लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने और मास्क का उपयोग करने की सलाह दी है। वायु प्रदूषण...