खगडि़या, मार्च 11 -- खगड़िया। निज प्रतिनिधि खगड़िया से अलौली गढ़ तक नई रेल लाइन पर दो साल पहले मालगाड़ी का स्पीड ट्रायल किया गया था। जब से सीआरएसएस निरीक्षण की उम्मीद लगी थी। जो अब होने जा रहा है। बता दें कि खगड़िया से कुशेश्वर स्थान 44 किलोमीटर लंबी रेल परियोजना पिछले 25 साल में महज 18.5 किलोमीटर तक ही पूरी हुई है। गत नौ साल में पूरा होने वाली यह रेल परियोजना 25 साल में भी पूरा नहीं हो सकी है। उल्लेखनीय है कि साल 1998 में तत्कालीन रेल मंत्री रामविलास पासवान ने 162 करोड़ की लागत से परियोजना को स्वीकृति दी थी। उस समय 2007 में परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य था। बाद में लक्ष्य बढ़ाकर 2020 तक किया गया। पर, पूरा नहीं हो सका। समय में देरी से वर्तमान में यह लागत बढ़कर सात सौ करोड़ से अधिक हो गई है। जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा लागत भी करोड़ों में बढ़ती जाएगी...