भागलपुर, मार्च 22 -- महेशखूंट। एक प्रतिनिधि मनुष्य के माता,पिता व गुरु प्रत्यक्ष परमात्मा स्वरूप होते हैं। इनकी सेवा करने से मनुष्य का कल्याण होता है। जो व्यक्ति परिवार के साथ मिलजुलकर रहते हैं। उनके लिए लोक व परलोक घरती पर है। मनुष्य को झूठ, चोरी, नशा, हिंसा तथा व्यविचार का हमेशा त्याग करना चाहिए। यह बातें पकरैल पंचायत के कामतटोल में एस लएम पब्लिक स्कूल परिसर में शनिवार को आयोजित एक दिवसीय संतमंत सत्संग में भागलपुर के सिद्ध पीठ कुप्पाघाट से आये स्वामी रघुनंदन बाबा ने शनिवार को कही। उन्होंने अमृत मय प्रवचन से बताए कि सभी मनुष्य को ज्ञान व योग के द्वारा संतो के बताए मार्ग पर चलना चाहिए। इसने सुख की प्राप्त होती है। सात्विक भोजन सदाचार शिष्टाचार एवं सुविचार का पालन करना चाहिए। रंजना साध्वी की संगीतमय भजन सुनकर श्रद्धालुओं मनमुग्ध होकर झुम उ...