भागलपुर, सितम्बर 20 -- खगड़िया । एक प्रतिनिधि शहर के बलुवाही निवासी अंकित कुमार ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि इंसानियत आज भी जिंदा है। एक मासूम की जान बचाने के लिए उन्होंने जो कदम उठाया, वह समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। मिली जानकारी के अनुसार सहरसा जिले में एक आठ वर्षीय बच्चा प्लेटलेट्स की गंभीर कमी से जूझ रहा था। डॉक्टरों ने तत्काल रक्तदान की आवश्यकता बताई, वरना बच्चे की जान जाना तय थी। ऐसे समय में बच्चे के परिजनों ने शनिवार को खगड़िया के अंकित कुमार से संपर्क किया। जैसे ही उन्हें कॉल आया, उन्होंने बिना देर किए सहरसा के लिए रवाना हो गए। लगभग 80 किलोमीटर की दूरी तय कर अंकित कुमार सहरसा पहुंचे और वहां जाकर रक्तदान किया। उनके इस साहसिक और मानवीय कार्य से बच्चे की जान बच गई। अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों ने भी अंकित के समय पर पहुं...