भागलपुर, अक्टूबर 19 -- खगड़िया, एक प्रतिनिधि महर्षि दयानंद सरस्वती की 142वां निर्वाण दिवस रविवार को दयानंद योगाश्रम, ,विद्याधार खगड़िया में मनायी गई। सर्वप्रथम समस्तीपुर से पधारे आचार्य डॉ रामनारायण शास्त्री जी के ब्रह्मत्व में देव यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसके यजमान खगड़िया आर्य समाज के पुरोहित धर्मेंद्र शास्त्री व वंदना कुमारी रही। यज्ञ के पश्चात लोगों को संबोधित करते हुए आचार्य डॉ राम नारायण शास्त्री ने कहा कि महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती का जीवन समरसता का प्रतीक है। उन्होंने बाल विवाह ,छुआछूत अंधविश्वास ,पाखंड, धर्म कार्यों में आडंबर ,मूर्ति पूजा, श्राद्ध कर्म आदि कुरीतियों का खंडन कर एवं वैदिक सिद्धांत को भारतीय समाज में प्रदान कर संजीवनी देने का काम किया है तथा आर्य समाज नामक संस्था की स्थापना करके पूरे विश्व को वेदों की ओर लौटो का स...