नैनीताल, सितम्बर 16 -- नैनीताल। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्थान (एरीज) में विश्व ओजोन दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी हल्द्वानी के 50 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। एरीज के निदेशक डॉ. मनीष नाजा ने छात्रों को ओजोन लेयर की उपयोगिता बताई। बताया कि रेफ्रिजरेटर और एसी जैसे उपकरणों से निकलने वाली क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसें ओजोन परत को नुकसान पहुंचाती रही हैं, जिसके कारण अंटार्कटिका के ऊपर विशाल छिद्र बना। वैज्ञानिकों की सक्रियता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग से इससे निपटने के उपाय संभव हो पाए। डॉ. नरेंद्र सिंह ने जलवायु परिवर्तन और उसके कारण उत्तराखंड में घटित हो रही आपदाओं पर चर्चा की। एरीज के रजिस्ट्रार मोहित जोशी ने आउटरीच गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। डॉ. उमेश दुम्का व डॉ. प्रियंका ने क्विज ...