चक्रधरपुर, नवम्बर 4 -- चक्रधरपुर पोड़ाहाट स्टेडियम में आयोजित सात दिवसीय ओड़िया श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथा व्यास पूज्य पंडित जीतू दाश महाराज ने श्रोताओं को ज्ञान का रसपान कराया। उन्होंने कहा कि जब मनुष्य का हृदय प्रेम, करुणा और भक्ति से भर जाता हैं, तब उसके जीवन में कोई दुख नहीं रहता। भगवान हमेशा अपने भक्तों के पास रहते हैं। वे उनकी रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं। लेकिन मनुष्य मोह-माया में उलझकर परमात्मा को भूल जाता है। पूज्य पंडित दाश ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण मात्र से मनुष्य के सभी पाप नष्ट हो जाता है। भक्ति और सत्य के मार्ग पर चलकर ही जीवन सार्थक बनता है। प्रेम हमारी दिशा बदलता है और भक्ति हमारी दशा। क्रोध पर नियंत्रण पाने वाला व्यक्ति कभी पराजित नहीं होता। उन्होंने यज्ञ, दान और तप को आध्यात्मिक उन्नति का प्रमुख साधन बत...