हाथरस, अक्टूबर 13 -- हाथरस। दिवाली के त्योहार में पटाखों का खासा महत्व है। इस बार बाजार में क्रैकलिंग अनार बच्चे धूमधड़ाका करेंगे। आसमानी शॉट की रंग बिरंगी रोशनी से आकाश सजेगा। इस बार बाजार में मोर की रोशनी व पचास सेंकड की आवाज वाली रोशनी आई है। इस बार पटाखा कारोबार में दस से बीस प्रतिशत का ईजाफा है। इस कारण पटाखा के शौकीनों को जेब ढीली करनी पड़ेगी। हाथरस में शिवाकाशी से पटाखों की आवक हुई है। गौरतलब है कि जिले में हर साल दिवाली के मौके पर करोड़ों रुपये का आतिशबाजी का कारोबार होता है। यहां के बड़े कारोबारी यहां तमिलनाडु के शिवकाशी से आतिशबाजी लाते हैं। आतिशबाजी में कलमी सोडा, नाइट एसिड जैसे रसायनों का प्रयोग होता है। सोडा के दामों ईजाफा हो गया है। आतिशबाजी के बनाने में प्रयोग होने वाला बोर्ड का कागज भी महंगा हो गया है। इस कारण आतिशबाजी के ...