मुजफ्फरपुर, फरवरी 16 -- मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर के मत्स्यजीवियों का कहना है कि शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों के जलकरों के सौंदर्यीकरण के नाम पर हमारा रोजी-रोजगार धीरे-धीरे समाप्त होता जा रहा है। जलकरों के रखरखाव से लेकर अन्य सभी कामों में इनका सहयोग न लेकर दूसरे पेशागत लोगों को इसमें शामिल किया जा रहा है। समाज के लोगों का कहना था कि मछुआरों के कल्याण के लिए बनाई गईं योजनाएं अभी तक जिले के सरहद से बाहर ही रहीं। कुछ साल पहले प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह-योजना के तहत कई तरह की सुविधाएं समाज को देने की घोषणा की थी, लेकिन इस योजना का लाभ केवल कागजों तक ही सिमट कर रहा गया। न तो अभी तक क्रेडिट कार्ड की सुविधा मिली और न जल कृषि बीमा का लाभ सही तरीके से दिया गया। घोषणा के पहले साल बीमा योजना से कुछ मत्स्य...